तालाब घोटाला; सौ पोखर के पैसे लिए, 50 बने भी नहीं, 10 का दो बार भुगतान


जयपुर (हर्ष खटाना). मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन याेजना के तहत बनाए जाने वाले जल संरक्षण ढांचे (पाेखर/तालाब) के निर्माण में धाैलपुर जिले में बड़ा घपला सामने आया है। इस जिले में बाड़ी की वन विहार रेंज में करीब 100 तालाब बनाने के नाम पर 3 कराेड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान कर दिया गया, लेकिन जब भास्कर की टीम इनमें से 80 जगह खुद पहुंची तो देखा कि 50 जगह तो तालाब का कहीं नामोनिशान तक नहीं था, सिर्फ खाली मैदान पड़ा था। बाकी 30 जगह ऐसी थीं, जहां छोटे-मोटे खड्‌डे नजर आए।


एक ही तालाब पर लिया दो बार भुगतान


इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से करीब 10 से ज्यादा जगह ताे ऐसी हैं, जहां तीन साल पहले वन विभाग तालाब का निर्माण दिखाकर पैसे उठा चुका है और उन्हीं का दोबारा दाे-तीन महीने पहले विकास कार्याें के तहत निर्माण दिखाकर पंचायत भी पैसा उठा चुकी है। इन्हीं तालाबाें के भुगतान में कमियां बताकर फिर से वन विभाग के ठेकेदार ने भी करीब 80 लाख रुपए से ज्यादा के बिल तैयार करा लिए। वन विभाग ने भुगतान राेका, लेकिन 28 जनवरी काे ट्रेजरी से 35 लाख रु. का भुगतान हाे गया। पंचायतीराज अाैर वन विभाग ने याेजना के तहत 2017 में 100 से अधिक जल संरक्षण के ढांचे बनाने के लिए करीब सवा दाे कराेड़ रुपए का भुगतान किया गया था। एेसे में कागजाें में बने तालाबाें अाैर दाे-दाे बार भुगतान काे मिलाया जाए ताे घाेटाला 3 कराेड़ के पार पहुंच रहा है। 


जिम्मेदारों ने माना- शायद ही कोई तालाब हाे 



  • भरतपुर संभागीय आयुक्त चंद्रशेखर मूथा ने बताया कि बाड़ी की प्रधान ने शिकायत की थी। कमेटी में शामिल अफसराें की मिलीभगत का दावा किया गया है। कलेक्टर से जांच कराने काे कहा है। 

  • धौलपुर कलेक्टर राकेश ने कहा रकि मुझे काेई पत्र नहीं मिला। न ही घोटाले का पता है।

  • वन संरक्षक प्रधान मु. जीवी रेड्‌डी ने बताया कि सच है माैके पर शायद ही तालाब मिले, जांच कराएंगे।